1911 में कलकत्ता अधिवेशन की शुरुआत
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कलकत्ता अधिवेशन 1911 में महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं में से एक है। इस अधिवेशन का उद्घाटन भारतीय गीत ‘जन गण मन अधिनायक’ के साथ हुआ, जो आज़ादी के संघर्ष का प्रतीक बना। यह गीत सिर्फ एक राष्ट्रीय गीत नहीं है, बल्कि यह उस समय के राजनीतिक और सांस्कृतिक माहौल को भी दर्शाता है।
अधिवेशन के मुख्य उद्देश्य
इस अधिवेशन के कई उद्देश्य थे, जो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेतृत्व के बीच एकता को प्रोत्साहित करने के लिए निर्धारित किए गए थे। ये उद्देश्य भारत की स्वतंत्रता को सुनिश्चित करना और ब्रिटिश शासन के खिलाफ जनता में जागरूकता फैलाना शामिल थे। कार्यकर्ताओं ने यह तय किया कि वे अपने संघर्ष को और तेज करेंगे।
महत्व और विरासत
कलकत्ता अधिवेशन का महत्व स्वतंत्रता संग्राम में अद्वितीय था। इस अधिवेशन ने भारतीय समाज के सभी वर्गों को एकजुट किया और स्वतंत्रता के लिए एक स्पष्ट वचनबद्धता को दर्शाया। इसके परिणामस्वरूप, यह अधिवेशन आगे की कई गतिविधियों और आंदोलनों की नींव बन गया। आज भी, यह अधिवेशन भारतीय राजनीति और समाज में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बना हुआ है।